भारत के हर राज्य में अपनी अलग-अलग तरह की परंपरा होती है। कहीं हर साल तीन महीने के लिए विधवा हो जाती हैं सुहागन तो कहीं एक लड़की को परिवार ने सभी लड़कों से शादी करनी पड़ती है। देश के इस हिस्से में ऐसी ही एक परंपरा सदियों से चली आ रही है। यहां पति-पत्नी एक दूसरे से बात नहीं कर सकते हैं। साथ ही 5 दिनों तक पत्नी न्यूड रहती हैं।
हिमाचल के एक गांव में हर शादीशुदा जोड़ा 5 दिनों तक आपस में हंसी-मजाक नहीं करते। साथ ही पत्नी न्यूड रहती हैं। इतना ही नहीं इन पांच दिनों में सख्त नियमों का पालन किया जाता है। सावन के माह के इन पांच दिनों में पति पत्नी को एक दूसरे से दूर रहना होता है और इसे तबाही की वजह से जोड़कर देखा जाता है।इन पांच दिनों तक महिलाएं कपड़े नहीं पहनती। बल्कि इन्हें ऊन से बने पट्टू ही ओढने पड़ते हैं। वहीं पुरुष शराब सेवन भी नहीं करते।
माना जाता है कि देवता के इस गांव में पांव रखने के बाद से ही इस देव परंपरा की शुरूआत हो गई। कहा जाता है कि सावन के इन पांच खास दिनों में पति पत्नी ने आपस में मजाक किया तो देवता बुरा मान जाएंगे और गांव पर तबाही आ जाएगी। जिसके लिए वहां पर रहने वाले सभी लोग इस परंपरा को मानते हैं।
हिमाचल के एक गांव में हर शादीशुदा जोड़ा 5 दिनों तक आपस में हंसी-मजाक नहीं करते। साथ ही पत्नी न्यूड रहती हैं। इतना ही नहीं इन पांच दिनों में सख्त नियमों का पालन किया जाता है। सावन के माह के इन पांच दिनों में पति पत्नी को एक दूसरे से दूर रहना होता है और इसे तबाही की वजह से जोड़कर देखा जाता है।इन पांच दिनों तक महिलाएं कपड़े नहीं पहनती। बल्कि इन्हें ऊन से बने पट्टू ही ओढने पड़ते हैं। वहीं पुरुष शराब सेवन भी नहीं करते।
माना जाता है कि देवता के इस गांव में पांव रखने के बाद से ही इस देव परंपरा की शुरूआत हो गई। कहा जाता है कि सावन के इन पांच खास दिनों में पति पत्नी ने आपस में मजाक किया तो देवता बुरा मान जाएंगे और गांव पर तबाही आ जाएगी। जिसके लिए वहां पर रहने वाले सभी लोग इस परंपरा को मानते हैं।
No comments:
Post a Comment