औरतों की वो चीज़ें जिन को नहीं समझ पाते मर्द

स्त्री-मन एक तरफ़ जहां बहुत सरल है, वहीं बहुत जटिल भी है. स्त्री और पुरुष केवल शारीरिक रूप से ही नहीं, बल्कि मानसिक रूप से भी काफ़ी भिन्न हैं. कई बार स्त्री जो कहती है, उसका मतलब वह नहीं होता है, जो वो कहना चाहती है. ये बात तो सही है कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं की ज़रूरतें ज़्यादा होती हैं। साज-सज्जा से लगाकर कपड़े तक। वैसे आपको पता है क्या? 


एक ‘ब्रा’ बनाने वाली कंपनी के CEO ने हाल ही में अपने कर्माचरियों से एक ऐसा काम करवाया था जो ज़रा हटके था। कर्मचारियों को महिलाओं की परेशानियां समझाने और बेहतर ‘ब्रा’ बनाने के उद्देश्य से सभी पुरुष कर्मचारियों को Fake Boobs पहनाए गए थे। इस काम के बाद कम से कम पुरुष ये जान गए कि एक महिला को किस प्रकार की ‘ब्रा’ की ज़रूरत होती है।

बर्थ कंट्रोल पिल्स: -गर्भनिरोध के लिए इस्तेमाल होने वाली इस पिल (दवा) का आविष्कार करने वाले Dr. Gregory Pincusऔर Dr. John Rock नाम के शख़्स थे। ये इतनी साधारण चीज है कि सरकारी अस्पताल में मुफ्त मिलती है फिर भी अगर एक महिला इसे खरीदे तो उसे थोड़ी झिझक होती है।

बिकिनी:-अगर फ्रांस के Jacques Heim और Louis Réard न होते, तो समुद्र किनारे महिलाएं बिकिनी पहने न दिखतीं।  दरअसल इन दोनों ने ही इसे 1946 में बनाया था।

नायलॉन स्टॉकिंग्स:-इस प्रोडक्ट का आविष्कार पुरुषों द्वारा चलाई जाने वाली कंपनी Dupont ने किया, जिसने महिलाओं को एक ऐसा प्रोडक्ट दिया, जो मोज़ों से काफी बड़ा और बेहतर है। वाह!!! great

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