पुरातनपंथी इसे खुद के साथ छेड़छाड़ और कई शारीरिक, मानसिक बीमारियों की वजह मानते थे। हालांकि इसे एक्सपर्ट्स ने 19वीं शताब्दी की नौतिकता और मेडिकल साइंस के मामले में सबसे बड़ा ढोंग करार दिया। हस्तमैथुन से उन्माद निकलता है इसमें कोई शक नहीं है। साइंस और सांस्कृतिक नजरियों में हस्तमैथुन को लेकर बदलाव आया है। हालांकि इस बदलाव के आने में सैकड़ों साल लग गए।
रिसर्च के मुताबिक 38 पर्सेंट महिलाएं और 61 पर्सेंट पुरुष हस्तमैथुन करते हैं। यहां हम हस्तमैथुन से फायदे के बारे में बता रहे हैं....
1. डिप्रेशन से बचाव :- रिसर्च के मुताबिक ऑर्गेजम से इन्डॉर्फिन्स बढ़ता है और यह हमें डिप्रेशन से बचाता है।
2. सर्वाइकल कैंसर से हम बच सकते हैं :- रिसर्च के मुताबिक फीमेल हस्तमैथुन में सर्वाइकल इन्फेक्शन से राहत मिलती है। रेग्युलर ऑर्गेजम से गर्भाशय पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
3. आत्मविश्वास में योगदान :- एक्सपर्ट्स का कहना है कि जो हस्तमैथुन को लेकर सहज होते हैं वे अपने शरीर और सेक्शुअलिटी को लेकर भी कम्फर्ट होते हैं।
4. नींद में मदद :- ऑर्गेजम से ब्लड प्रेशर लो होता है और इससे इन्डॉर्फिन्स को राहत मिलती है। इसके बाद इंसान को शांति से नींद आती है।
5. मासिक धर्म ऐंठन से राहत :- कई महिलाओं का कहना है कि पिरीअड्स के दौरान हस्तमैथुन से दर्द कम होता है।
रिसर्च के मुताबिक 38 पर्सेंट महिलाएं और 61 पर्सेंट पुरुष हस्तमैथुन करते हैं। यहां हम हस्तमैथुन से फायदे के बारे में बता रहे हैं....
1. डिप्रेशन से बचाव :- रिसर्च के मुताबिक ऑर्गेजम से इन्डॉर्फिन्स बढ़ता है और यह हमें डिप्रेशन से बचाता है।
2. सर्वाइकल कैंसर से हम बच सकते हैं :- रिसर्च के मुताबिक फीमेल हस्तमैथुन में सर्वाइकल इन्फेक्शन से राहत मिलती है। रेग्युलर ऑर्गेजम से गर्भाशय पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
3. आत्मविश्वास में योगदान :- एक्सपर्ट्स का कहना है कि जो हस्तमैथुन को लेकर सहज होते हैं वे अपने शरीर और सेक्शुअलिटी को लेकर भी कम्फर्ट होते हैं।
4. नींद में मदद :- ऑर्गेजम से ब्लड प्रेशर लो होता है और इससे इन्डॉर्फिन्स को राहत मिलती है। इसके बाद इंसान को शांति से नींद आती है।
5. मासिक धर्म ऐंठन से राहत :- कई महिलाओं का कहना है कि पिरीअड्स के दौरान हस्तमैथुन से दर्द कम होता है।
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