आज की तारीख में 2 तरह के लोग हैं, एक वे, जो शादी करके फोटो फेसबुक पर डाल रहे हैं, और दूसरे वे, जो उन्हें ब्लॉक कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें शादी के नाम से डर लगता है। क्यों? चलो हम बताते है इस के कुछ कारण -
आजादी खोने का डर: लोगों को लगता है कि शादी के बाद उनकी आजादी छिन जाएगी। वे कुछ भी करेंगे, हर चीज के लिए जवाब देना पड़ेगा।
लिव-इन: लिव-इन रिलेशन को कानूनी मान्यता मिलने के बाद से युवाओं के लिए शादी से दूर रहना और भी आसान हो गया है। जब तक मन किया, साथ रहे और जब नहीं बनी तो तलाक के झंझट के बिना अलग हो गए। बिना किसी कमिटमेंट के जब 2 वयस्क लोग आपस में साथ रह सकते हैं तो शादी के झंझट में पड़ने से हर कोई बचना ही चाहेगा।
अपना साथ: आज अधिकतर युवा प्यार, दोस्ती, रिश्तेदारी वगैरह के चक्कर में पड़ने की जगह अपने साथ वक्त बिताना ज्यादा पसंद करते हैं। फिर चाहे कहीं घूमने जाना हो या कुछ नया सीखना हो, इन सभी अनुभवों में वह किसी और का साथ नहीं चाहते।
अजस्ट नहीं करना चाहते: आज की युवा पीढ़ी हर चीज अपने मुताबिक करना चाहती है। अजस्टमेंट किस चिड़िया का नाम है, उन्हें पता ही नहीं। उनका मानना है कि अगर प्यार सच्चा है तो उनका पार्टनर उन्हें उसी तरह से पसंद करेगा, जैसे वे हैं। लेकिन, वे एक बार भी यह नहीं सोचते कि क्या वे खुद ऐसा पार्टनर बनने के लिए तैयार हैं। यह भी
करियर ज्यादा महत्वपूर्ण: शादी के बाद भी क्या मैं अपने करियर में उसी तरह से फैसले ले पाऊंगी/गा? शादीशुदा जिंदगी की जिम्मेदारियों के बीच क्या मुझे करियर के मामले में वह आजादी मिल पाएगी? करियर ऑरियंटेड लोगों के लिए ये कुछ ऐसे सवाल हैं, जो उनको शादी करने से रोकते हैं।
बस 'फन' चाहिए: हमारी पीढ़ी कमिटमेंट के नाम से ही दूर भागती है। सबको 'फन' करना है, लेकिन कमिटमेंट नहीं करना। वे अपने रिश्ते को लेकर गंभीर होना ही नहीं चाहते।
आजादी खोने का डर: लोगों को लगता है कि शादी के बाद उनकी आजादी छिन जाएगी। वे कुछ भी करेंगे, हर चीज के लिए जवाब देना पड़ेगा।
लिव-इन: लिव-इन रिलेशन को कानूनी मान्यता मिलने के बाद से युवाओं के लिए शादी से दूर रहना और भी आसान हो गया है। जब तक मन किया, साथ रहे और जब नहीं बनी तो तलाक के झंझट के बिना अलग हो गए। बिना किसी कमिटमेंट के जब 2 वयस्क लोग आपस में साथ रह सकते हैं तो शादी के झंझट में पड़ने से हर कोई बचना ही चाहेगा।
अपना साथ: आज अधिकतर युवा प्यार, दोस्ती, रिश्तेदारी वगैरह के चक्कर में पड़ने की जगह अपने साथ वक्त बिताना ज्यादा पसंद करते हैं। फिर चाहे कहीं घूमने जाना हो या कुछ नया सीखना हो, इन सभी अनुभवों में वह किसी और का साथ नहीं चाहते।
अजस्ट नहीं करना चाहते: आज की युवा पीढ़ी हर चीज अपने मुताबिक करना चाहती है। अजस्टमेंट किस चिड़िया का नाम है, उन्हें पता ही नहीं। उनका मानना है कि अगर प्यार सच्चा है तो उनका पार्टनर उन्हें उसी तरह से पसंद करेगा, जैसे वे हैं। लेकिन, वे एक बार भी यह नहीं सोचते कि क्या वे खुद ऐसा पार्टनर बनने के लिए तैयार हैं। यह भी
करियर ज्यादा महत्वपूर्ण: शादी के बाद भी क्या मैं अपने करियर में उसी तरह से फैसले ले पाऊंगी/गा? शादीशुदा जिंदगी की जिम्मेदारियों के बीच क्या मुझे करियर के मामले में वह आजादी मिल पाएगी? करियर ऑरियंटेड लोगों के लिए ये कुछ ऐसे सवाल हैं, जो उनको शादी करने से रोकते हैं।
बस 'फन' चाहिए: हमारी पीढ़ी कमिटमेंट के नाम से ही दूर भागती है। सबको 'फन' करना है, लेकिन कमिटमेंट नहीं करना। वे अपने रिश्ते को लेकर गंभीर होना ही नहीं चाहते।
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