पान एक आयुर्वेदिक औषधि है और इसका इस्तेमाल कई मौकों पर किया जाता है। अक्सर लोग इसे माउथ फ्रेशनर के तौर पर भी चबाते हैं। लेकिन सुहागरात से पहले इसे क्यों खाया जाता है इसको लेकर लोग असमंजस में रहते हैं। तो आइए बताते हैं क्या है इसकी वजह....
1. पान में कामेच्छा बढ़ाने की जबरदस्त ताकत होती है। इसलिए जो लोग सेक्स एंज्वॉय करना चाहते हैं, उन्हें पान जरूर चबाना चाहिए। यही वजह है कि सदियों से नव विवाहित जोड़ों को सुहागरात में पान चबाने के लिए दिया जाता है।
2. जिन लोगों के मुंह से बदबू आती है। उन्हें पान चबाना चाहिए। पान बदबू वाले बैक्टीरिया पर प्रहार करता हैं और मुंह को इस तरह की बीमारियों से बचाता है। पान को लौंग, इलाइची, दालचीनी, सौंफ, मिश्री, नारियल, इत्यादी के साथ माउथ फ्रेशनर के तौर पर इस्तेमाल करें।
3. एक चौकाने वाला सच ये भी है कि पान चबाने से मुंह का कैंसर कभी नहीं होता। हालांकि यह तभी सच साबित होता है जब बिना तंबाकू वाला पान खाया जाए।
4. आयुर्वेद के अनुसार पान के पत्ते में ऐसे गुण मौजूद होते हैं जिनसे मस्सों तक का इलाज संभव है। इसलिए मस्सों से संबंधित बहुत आयुर्वेदिक दवाओं में पान का इस्तेमाल किया जाता है।
5. पान का पत्ता फोड़े-फुंसियों को भी छू-मंतर कर सकता है। बस पान के पत्ते पर थोड़ा सा अंरडी का तेल लगाएं और पत्ते को हलकी सा आंच में सेक लें। इससे पत्ता नरम हो जाएगा। अब इस गुनगुने पत्ते को फोड़े के ऊपर लपेट दें। कुछ ही घंटों में फोड़ा पक जाएगा और आप उसका पस निकाल सकते हैं।
6. पान के पत्ते में ब्लड शुगर से लड़ने वाली और एंटी डायबिटिक प्रॉपर्टीज होती हैं। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि पान सेहत के लिए कितना गुणकारी है।
7. पान आपकी खांसी तो ठीक करता ही है, फेफड़ों में जमा बलगम तक निकाल देता है। पान के पत्ते का रस लीजिए और शहद के साथ चाट लीजिए, इसे नियमित तौर पर इस्तेमाल करने से आराम मिलेगा।
8. पान में दर्दनिवारक गुण भी होते हैं, इसलिए सिरदर्द भगाने के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। घाव पर पान के पत्ते का रस लगाएं। घाव बड़ा है तो रस लगाकर पट्टी कर दें। छोटा-मोटा घाव तो दो दिन भर जाएगा।
1. पान में कामेच्छा बढ़ाने की जबरदस्त ताकत होती है। इसलिए जो लोग सेक्स एंज्वॉय करना चाहते हैं, उन्हें पान जरूर चबाना चाहिए। यही वजह है कि सदियों से नव विवाहित जोड़ों को सुहागरात में पान चबाने के लिए दिया जाता है।
2. जिन लोगों के मुंह से बदबू आती है। उन्हें पान चबाना चाहिए। पान बदबू वाले बैक्टीरिया पर प्रहार करता हैं और मुंह को इस तरह की बीमारियों से बचाता है। पान को लौंग, इलाइची, दालचीनी, सौंफ, मिश्री, नारियल, इत्यादी के साथ माउथ फ्रेशनर के तौर पर इस्तेमाल करें।
3. एक चौकाने वाला सच ये भी है कि पान चबाने से मुंह का कैंसर कभी नहीं होता। हालांकि यह तभी सच साबित होता है जब बिना तंबाकू वाला पान खाया जाए।
4. आयुर्वेद के अनुसार पान के पत्ते में ऐसे गुण मौजूद होते हैं जिनसे मस्सों तक का इलाज संभव है। इसलिए मस्सों से संबंधित बहुत आयुर्वेदिक दवाओं में पान का इस्तेमाल किया जाता है।
5. पान का पत्ता फोड़े-फुंसियों को भी छू-मंतर कर सकता है। बस पान के पत्ते पर थोड़ा सा अंरडी का तेल लगाएं और पत्ते को हलकी सा आंच में सेक लें। इससे पत्ता नरम हो जाएगा। अब इस गुनगुने पत्ते को फोड़े के ऊपर लपेट दें। कुछ ही घंटों में फोड़ा पक जाएगा और आप उसका पस निकाल सकते हैं।
6. पान के पत्ते में ब्लड शुगर से लड़ने वाली और एंटी डायबिटिक प्रॉपर्टीज होती हैं। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि पान सेहत के लिए कितना गुणकारी है।
7. पान आपकी खांसी तो ठीक करता ही है, फेफड़ों में जमा बलगम तक निकाल देता है। पान के पत्ते का रस लीजिए और शहद के साथ चाट लीजिए, इसे नियमित तौर पर इस्तेमाल करने से आराम मिलेगा।
8. पान में दर्दनिवारक गुण भी होते हैं, इसलिए सिरदर्द भगाने के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। घाव पर पान के पत्ते का रस लगाएं। घाव बड़ा है तो रस लगाकर पट्टी कर दें। छोटा-मोटा घाव तो दो दिन भर जाएगा।
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