चाणक्य के अनुसार इन 4 स्त्रियों के बारे में बुरा सोचने वालो को नसीब नहीं होती माफी

धर्मनीति, कूटनीति और राजनीति में पारंगत कौटिल्य जिन्होंने अपने ज्ञान के बल पर चंद्रगुप्त मौर्य को राजा तक बना दिया, दुनिया उन्हें आचार्य चाणक्य के नाम से भी जानती है। आचार्य ने दुनिया भर को अपने ज्ञान से फायदा पहुंचाने की कोशिश की है। ऐसे ही आचार्य चाणक्य और रामचरितमानस को आधार बना कर बताया गया है कि इन चार प्रकार की स्त्रियों के साथ कभी भी गलत या बुरा बर्ताव नहीं करना चाहिए, ऐसा करने वालों के साथ पापी के तरह व्यवहार होता है, और उसे नरक जाना पड़ता है। इस तरह की महिलाओं के साथ बुरा व्यवहार करने वाले को माफी तक नसीब नहीं होती है......|

 

बहन :- किसी भी व्यक्ति को किसी भी हालत में अपनी बहन का अपमान नहीं करन चाहिए, ऐसे करने वाले को भी नरक ही नसीब होता है। अपनी बहन के साथ हमेशा अच्छा बर्ताव करना चाहिए, अगर बहन छोटी है, तो उसे पुत्री की तरह और यदी बहन बड़ी है, तो उसे माता की तरह आदर और सम्मान करना चाहिए।

अपनी पुत्री :- वैसे तो ये कहने भी शर्म सी आ रही है, लेकिन आज कल कई ऐसा मामले सामने आ चुके है, जिसमें एक पिता ने अपने पुत्री के साथ घिनौने कृत्य को अंजाम दिया हो। लिहाजा ऐसा करने वालों को भी नरक ही जाना पड़ता है। इस लिए अपनी पुत्री के साथ हमसे अच्छा बर्ताव करन चाहिए।

भाई की पत्नी :- पुराने ग्रंथों की माने तो अपने छोटे भाई की पत्नी के उपर कभी भी किसी को बुरी नजर नहीं रखना चाहिए और उसका सम्मान हर हाल में बहू के तरह ही किया जाना चाहिए, ऐसा नहीं करने वालें को नरक ही जाना पड़ता है।

पुत्र की पत्नी :- पुत्र की पत्नी यानी की बहू, जोकि आपकी बेटी के समान ही है, इस लिए अपनी बहू को हमेशा अपनी बेटी के तरह ही आदर और सम्मान की नजर से देखना चाहिए, अथवा इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है। बहू के साथ कभी भी बुरा बर्ताव न करते हुए अपनी बेटी के तरह ही व्यवहार करना चाहिए।

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