शारीरिक संबधो के समय ऐसी कल्पना करती है महिलाएं...

एक सर्वे के दौरान जब महिलाओं से उनकी सेक्स फैंटेसी बारे में पूछा गया तो पता चला कि सेक्स की कल्पना करते समय भी वे अपने वास्तविक पार्टनर को ध्यान में रखती हैं। यानी ज्यादातर महिलाएं अपनी सेक्स कल्पना भी उस व्यक्ति के साथ करती हैं, जो फिलहाल उनका पार्टनर है और जिसके साथ वास्तव में वे सेक्स लाइफ का मजा ले रही हैं।
इसके विपरित ब्रिटिश महिलाओं का दृष्टिकोण इस मामले में उदार रहा। वे सेक्स कल्पना के करते हुए सोचती हैं कि उन्हें अगर अनजान, बलिष्ठ और कामोत्तेजक पुरुष का साथ मिले तो बहुत ही अच्छा होगा।

एक ऑनलाइन सर्वे में 28 वर्ष से 46 वर्ष तक की आयु वर्ग की दो हजार से अधिक महिलाओं ने भाग लिया। इन महिलाओं की सबसे उत्तेजक यौन कल्पना रही है कि वे किसी कुंआरे पुरुष को प्यार का पाठ पढ़ाएं। वे चाहती हैं कि उनका पार्टनर सेक्स के मामले में बिलकुल नौसिखिया हो, जिसे वे सेक्स करने के दौरान उसका पाठ पढ़ा सकें। वर्ष 1967 में एक फिल्म रिलीज हुई थी जिसमें एन बैंक्रोफ्ट को डस्टिन हॉफमैन को प्यार का पाठ पढ़ाते देखा गया था। वे इस फिल्म की मिसेज रॉबिंसन बनना चाहती हैं, लेकिन उनकी हार्दिक इच्छा होती है कि उनका पार्टनर पूरी तरह से कुंआरा और अनुभवहीन हो।

महिलाएं समलैंगिक क्रियाओं का आनंद भी चाहती हैं। सामूहिक ‍सेक्स क्रियाओं में भी भाग लेना महिलाओं की दिली इच्छाओं में शामिल रहता है। शरीर के अंगों में गर्दन एक ऐसा हिस्सा है जिसको चूमना महिलाओं को बहुत अच्छा लगता है। ऐसे ही आकर्षक अंगों में दूसरा स्थान कान का है, जिसे चूमना, सहलाना उन्हें प्रिय होता है। शरीर साफ करने वाले एक ब्रांड स्किनब्लिस द्वारा कराए गए एक सर्वे के मुताबिक जांघों को सहलाना और चूमना भी महिलाओं की कमजोरी होती है। पर उन्हें ऐसे पुरुष अच्छे नहीं लगते हैं जो कि उनके वक्षों को ही घूरते रहते हैं, जबकि वे चाहती हैं कि पुरुष उनकी आंखों में झांकें।

उनकी फैंटेसीज में यह भी शामिल है कि वे सामूहिक रूप से रंगरलियों में शामिल हों जिसमें बड़ी संख्या में स्त्री-पुरुष कामुक क्रियाओं में रत हों। सेक्स के लिए उष्णकटिबंधीय जलवायु वाले समुद्री किनारे पर जाएं और ऐसे स्थान पर वे खुद को ऊंचे दर्जे की कॉल गर्ल समझ सकें और इसी तरह से व्यवहार कर सकें।

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