एक नए शोध से पता चला है कि हर दस में से एक महिला शारीरिक संबंधो के दौरान दर्द अनुभव करती है।
ये चिंता और घबहराहट के बढ़ने का एक कारण हो सकता है। 16-24 वर्ष की वो युवतियां जो पहली बार शारीरिक संबंध का अनुभव करने जा रहीं हो और इसे लेकर चिंतित हों, उनके के लिए ये सलाह हैं....
1. बात करें :- शारीरिक संबंध पीड़ादायक हो सकता है यदि दोनों पार्टनर की शारीरिक संबंधो को लेकर अलग-अलग उम्मीदें हों, पसंद और नापसंद अलग-अलग हो। अपने सहभागी के साथ भावनात्मक रूप से जुड़ाव अहम है क्योंकि आप चीज़ों के बारे में बात कर सकते हैं। खुलापन, सेक्स के बारे में बातचीत, पूरा समय लेना और नज़दीकी को एंजॉय करना मददगार हो सकता है।
2. निरोध के बारे में चर्चा :- यौन संक्रामक रोग या गर्भवती होने के लेकर चिंता पहली बार शारीरिक संबंधो को लेकर आपको चिंतित कर सकती है। इस बारे में भी बात की जाए कि दोनों के लिए क्या सबसे बेहतर है। जो कंट्रासेप्शन आप दोनों इस्तेमाल करने जा रहे हैं उसे लेकर आश्वस्त हों और कंडोम का इस्तेमाल करें।
3. चिंता से बचें :- यदि पीड़ादायक शारीरिक संबंध सिर्फ़ एक या दो बार होता है तो ये चिंता की बात नहीं है, ख़ासकर अगर अनुभव बेहतर हो रहा हो तो।
4. मेडिकल सलाह लें :- यदि शारीरिक संबंधो के दौरान पीड़ा बरक़रार रहती है तो मेडिकल परामर्श लेना अहम है ताकि आप सुनिश्चित हो सकें कि कहीं दर्द की वजह कुछ और तो नहीं है।
ये चिंता और घबहराहट के बढ़ने का एक कारण हो सकता है। 16-24 वर्ष की वो युवतियां जो पहली बार शारीरिक संबंध का अनुभव करने जा रहीं हो और इसे लेकर चिंतित हों, उनके के लिए ये सलाह हैं....
1. बात करें :- शारीरिक संबंध पीड़ादायक हो सकता है यदि दोनों पार्टनर की शारीरिक संबंधो को लेकर अलग-अलग उम्मीदें हों, पसंद और नापसंद अलग-अलग हो। अपने सहभागी के साथ भावनात्मक रूप से जुड़ाव अहम है क्योंकि आप चीज़ों के बारे में बात कर सकते हैं। खुलापन, सेक्स के बारे में बातचीत, पूरा समय लेना और नज़दीकी को एंजॉय करना मददगार हो सकता है।
2. निरोध के बारे में चर्चा :- यौन संक्रामक रोग या गर्भवती होने के लेकर चिंता पहली बार शारीरिक संबंधो को लेकर आपको चिंतित कर सकती है। इस बारे में भी बात की जाए कि दोनों के लिए क्या सबसे बेहतर है। जो कंट्रासेप्शन आप दोनों इस्तेमाल करने जा रहे हैं उसे लेकर आश्वस्त हों और कंडोम का इस्तेमाल करें।
3. चिंता से बचें :- यदि पीड़ादायक शारीरिक संबंध सिर्फ़ एक या दो बार होता है तो ये चिंता की बात नहीं है, ख़ासकर अगर अनुभव बेहतर हो रहा हो तो।
4. मेडिकल सलाह लें :- यदि शारीरिक संबंधो के दौरान पीड़ा बरक़रार रहती है तो मेडिकल परामर्श लेना अहम है ताकि आप सुनिश्चित हो सकें कि कहीं दर्द की वजह कुछ और तो नहीं है।
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