इस देश में दूसरी-तीसरी बार बीवी बनने को मजबूर है लड़कियां..

सीरिया में चल रहे सिविल वॉर ने देश को हर तरह से बर्बाद कर दिया है। यहां लाखों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, तो इससे कहीं ज्यादा की आबादी देश छोड़ चुकी है। असर ये हुआ है कि देश में मर्दों की संख्या घट रही है, जबकि सिंगल और विडो वुमन की तादाद काफी बढ़ गई है।
लड़कियों को मजबूरन दूसरी या तीसरी पत्नी बनने का फैसला लेना पड़ रहा है। वहीं मर्दों को भी बेसहारा महिलाओं की जिम्मेदारी उठाने के लिए मजबूरन कई शादियां करनी पड़ रही हैं।



यहाँ 2010 की तुलना में 2016 तक देश में पॉलिगैमी (बहुविवाह) के आकंड़ें काफी बढ़ गए हैं। दमिश्क में रजिस्टर्ड होने वाली शादियों में ऐसी शादियों की संख्या तकरीबन 30 फीसदी है।  देश में महिलाओं की संख्या पुरुषों की तुलना में काफी ज्यादा है, जिसमें 70 फीसदी महिलाएं तो अनमैरिड हैं। कई महिलाओं को बुरे आर्थिक हालात तो कुछ को सुरक्षा के लिए दूसरी पत्नी बनने का फैसला लेना पड़ रहा है।


32 साल की शुकरान उन महिलाओं में से एक हैं, जिन्हें अब भी लाइफ पार्टनर का इंतजार है। वो भी चाहती हैं कि कोई उनकी सेक्शुअल डिजायर पूरी करने वाला और परिवार बसाने वाला हो। उनके ज्यादातर मेल फ्रेन्ड्स और साथियों की या तो मौत हो गई या फिर उन्होंने देश छोड़ दिया।

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